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बकरी पालन के लिए शेड बनाने का तरीका, बकरीयों के लिए शेड, प्रकार, आवश्यकता और समान (Goat Farming Shed Design in hindi)

Bakariyo ke lie shed ka design

बकरी पालन शेड बनाने का तरीका: दोस्तो यदि आप भी बकरी पालन कर रहे हैं या इसे शुरू करने की सोच रहे हैं, तो सबसे जरूरी चीजों में से एक है बकरियों के लिए अच्छा और सुरक्षित शेड या घर बनाना। एक अच्छा शेड न केवल बकरियों को मौसम की मार से बचाता है, बल्कि उनकी सेहत और उत्पादन पर भी सकारात्मक असर डालता है। इस पोस्ट में हम आपको सरल स्टेप्स में बताएंगे कि कैसे आप अपनी बकरियों के लिए एक परफेक्ट शेड बना सकते हैं। 

शेड बनाने के चरणों को समझने के पहले हम शेड के कुछ बेसिक चीजों जैसे की शेड क्या होता है? कितने प्रकार का होता है? और क्या शेड बनाना जरूरी है? इसके बारे में जानेंगे। फिर शेड बनाने के आसान तरीके को समझेंगे।

इसमें सबसे पहले बात करते है की शेड क्या होता है? और कितने प्रकार का होता है?

1. शेड क्या होता है? (Goat Shed in hindi)

शेड यानी की बकरियों के लिए घर, जिस तरह से हम खुद को धूप, गर्मी, बरसात से बचाने के लिए घर बनाते है वैसे ही बकरियों के खातिर उन्हे जंगली जानवर, खराब मौसम, पानी जैसे विपत्तियों से सुरक्षित रखने के लिए घर बनाते है जिन्हें शेड या बकरी फॉर्म भी कहते है। बकरियों के लिए शेड उनको एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है जहा वे किसी भी मौसम में या किसी भी परिस्थिति में सहजता से रह सकती हैं ।

2. बकरी पालन के लिए शेड बनाना क्यू जरूरी होता हैं? 

चुकी ये बहुत जरूरी नहीं है की आप अपने बकरियों के लिए शेड बनवाए, यदि आप किसी ग्रामीण इलाके से संबंध रखते है, और 10 -15 की संख्या में आपने बकरियों को पाल रखा है या फिर पालने का विचार कर रहे है तो आप इन्हे एक छोटे से कमरे में रख कर शुरुआत कर सकते है। क्युकी अभी आप इस बकरी के व्यवसाय में नए है और तो और, गांव में 90% लोग इसी तरह अपने बकरियों को पालते है। 

लेकिन वही दूसरी तरफ यदि आप बकरी पालन को एक बिजनेस के तौर पर शुरू कर रहे है जहा आप बड़ी संख्या में बकरियों का पालन करेंगे तो इसके लिए बकरियों का शेड या बकरी फार्म बनाना बेहद जरूरी है। 

और पढ़िए – बकरी पालन का बिजनेस कैसे शुरू करे? स्टेप बाई स्टेप पूरी जानकारी।

क्योंकि बकरियों को बाहरी जानवरों, खराब मौसम, बरसात और दूसरे तंगी चीजों से बचाने के लिए एक मंत्र बकरियों का शेड ही है जो उन्हें  सुरक्षा, आराम और अनुकूल स्थान प्रदान करता है।

3. बकरियों के लिए शेड (बकरी फार्म) के प्रकार। 

Bakariyo ke lie shed kaise banaye?

1. बकरियों के लिए कंक्रीट का शेड:

कंक्रीट का शेड पूरी तरह से कंक्रीट का बना होता है, बकरियों का यह शेड नीचे से फर्श, दीवारे और छत कंक्रीट और धातु से बनाए जाते है। जो इसे ज्यादा मजबूत और टिकाऊ बनाता है। जिससे यह शेड आपके बकारियो को किसी भी बाहरी खतरे जैसे की चोर, शिकारी या फिर जांगली जानवरो  से ज्यादा सुरक्षा प्रदान करता है। इसके वेंटिलेशन के लिए छोटे-छोटे झरोखे या वेंट भी लगे होते है। 

लेकिन ठंडी इलाके में या ज्यादा ठंडी के मौसम से ये शेड भी ठंडे पड़ जाते है जिससे की आपको शेड में गर्मी या ताप की व्यवस्था करनी पड़ सकती है। 

बाकी, यह शेड बकरियों को उच्च सुरक्षा देने के साथ-साथ सफाई और रखरखाव में भी काफी आसान होता है। लेकिन, कंक्रीट का शेड बनवाने में आपको ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ सकता है। 

2. बकरियो के लिए लकड़ी का शेड:

लकड़ी का शेड लकड़ी के तख्तों से निर्मित होता है, जो इसे एक नेचुरल लुक देता है। दीवारें और फर्श दोनों लकड़ी के होते हैं और छत लकड़ी या धातु की भी हो सकती है।

लकड़ी के तख्तों के बीच की जगह वेंटिलेशन का काम करती है, जिससे बकरियों को नेचुरल आर्द्रता और ताजी हवा मिलती है।

यह शेड निर्माण बकियों के तुलना में सस्ता और सरल होता है और कई अलग अलग आकारों और डिजाइनों में बनाया जा सकता है। लेकिन, इसे नियमित रूप से बनाए रखना पड़ता है, जैसे कि लकड़ी को समय-समय पर मरम्मत करना और आग, पानी से बचाते रहना।

3. मिश्रित सामग्री का शेड (Concrete and Wood Combination):

मिश्रित सामग्री का शेड कंक्रीट और लकड़ी दोनों का उपयोग करके बनाया जाता है। इसका निचला हिस्सा कंक्रीट का होता है, जो शेड को मजबूती और स्थायित्व प्रदान करता है, जबकि इसका ऊपरी हिस्सा आमतौर पर लकड़ी या धातु का बनाया जाता है, जो अच्छे वेंटिलेशन और गर्मी से सुरक्षा के लिए अनुकूल होता है। 

Concrete और लकड़ी का बना यह शेड मजबूत और टिकाऊ तो होता है लेकिन, इसको बनवाने का खर्च सामान्य से थोड़ा अधिक हो जाता है।

4. बकरियों के लिए मिट्टी का शेड:

मिट्टी का शेड पारंपरिक तरीके से मिट्टी या कच्ची ईंटों से बनाया जाता है। इसकी दीवारें मिट्टी की होती हैं और फर्श भी मिट्टी का होता है, जो बकरियों को ठंडा और आरामदायक वातावरण प्रदान करता है।

इसकी छत घासफूस, खर पतवार या फिर धातु की भी हो सकती है। यह शेड, निर्माण में सबसे सस्ता होता है और गर्मियों में ठंडा बरकरार रखता है,

हालांकि, बारिश और नमी से इसे नुकसान पहुंच सकता है और नियमित रखरखाव की आवश्यकता होती है।

5. ऊँचे फर्श वाला शेड (Raised Floor Shed):

ऊँचे फर्श वाला शेड जमीन से कुछ ऊँचाई पर बनाया जाता है, जिससे बकरियों को नमी और गंदगी से बचाया जा सके। इसकी दीवारें लकड़ी या धातु की होती हैं और छत धातु या लकड़ी की हो सकती है। 

इसमें अच्छी वेंटिलेशन की सुविधा देने के लिए दीवारों में झरोखे बनाए जाते है और बकरियों के लिए एक रैंप लगाया जाता है, ताकि वे आसानी से शेड तक पहुंच सकें।

ऊंचे फर्श वाले शेड ज्यादातर बेहतर वेंटिलेशन और साफ सुथरे देखने को मिलते है। साथ ही बकरियों को नमी और परजीवियों से भी सुरक्षित रखते हैं।

हालांकि, इसका निर्माण सामान्य से थोड़ा महंगा हो सकता है और ठंडे क्षेत्रों में नीचे से ठंडी ठंडी हवा का प्रवेश हो सकता है।

6. बकरीयो के लिए खुला शेड (Open Shed):

खुला शेड पूरी तरह से खुला होता है, जिसमें केवल छत और स्तंभ होते हैं और दीवारें नहीं होतीं। इसका फर्श जमीन पर हो सकता है या ऊँचा किया जा सकता है।

छत धातु या लकड़ी की हो सकती है और शेड चारों ओर से फेंसिंग की जाती है ताकि बकरियाँ बाहर न जा सकें। यह शेड ताजा हवा और धूप का अच्छा प्रवाह प्रदान करता है और निर्माण में सस्ता होता है।

यह गर्म और शुष्क जलवायु वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त होता है। हालांकि, यह शेड बारिश और ठंड से कम सुरक्षा प्रदान करता है और शिकारियों से भी कम सुरक्षा मिलती है।

7. बंद शेड (Closed Shed):

बंद शेड पूरी तरह से बंद होता है, जिसमें ठोस दीवारें होती हैं। इसका फर्श कंक्रीट, लकड़ी या मिट्टी का हो सकता है और छत धातु या लकड़ी की होती है। वेंटिलेशन के लिए छोटे झरोखे या वेंटिलेशन सिस्टम होते हैं।

यह शेड बकरियों को ठंड और बारिश से उच्च सुरक्षा प्रदान करता है और शिकारियों से भी सुरक्षा करता है। यह शेड ठंडे और बरसात वाले मौसम में विशेष रूप से उपयोगी होता है।

हालांकि, इसमें वेंटिलेशन की समस्या हो सकती है यदि सही तरीके से डिजाइन न किया जाए और इसकी निर्माण लागत भी अधिक हो सकती है।

4. बकरी पालन के लिए शेड बनाने का तरीका | shed banane ka tarika. 

Bakariyo ke liye shed kaise banaye?

बकरी पालन शेड बनाने का तरीका: अब मैंने आपको ये तो बता दिया की शेड क्या होता है? शेड बनाना क्यू जरूरी है? और ये कितने प्रकार का होता है? लेकिन अब बात ये आती है की आखिर अपने बकरी पालन के लिए शेड कैसे बनाए?

यानी की बकरी पालन के लिए शेड का निर्माण कैसा कराए? जो बकरियों के लिए बेहतर साबित हो। 

और पढ़े – प्रमुख बकरियों की नस्ले और उनकी कीमत

1. स्थान का चुनाव (Choosing the Right Location):

सबसे पहले आपको सही जगह का चुनाव करना है जहाँ आप शेड बनाना चाहते हैं। जगह का चुनाव करते समय ये ध्यान दें कि वह जगह सूखी हो और वहां पानी का जमाव ना हो।

इसके अलावा, शेड ऐसी जगह पर होना चाहिए जहाँ सूरज की रोशनी अच्छी तरह से पहुँच सके, ताकि बकरियों को प्राकृतिक रोशनी मिले और उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे।

  • सूखी जगह चुनें: शेड ऐसी जगह पर होना चाहिए जहां पानी का जमाव न हो। इससे फर्श को सूखा रखने में मदद मिलेगी और बकरियों को बीमारियों से बचाया जा सकेगा।
  • उच्च स्थान: शेड के लिए ऊंचाई पर स्थित जगह चुनें ताकि बारिश का पानी आसानी से बाहर निकल सके और शेड में न घुसे। 
  • सूरज की रोशनी: ऐसी जगह का चुनाव करें जहां दिनभर अच्छी धूप आती हो। यह बकरियों को गर्मी और विटामिन D देने में मदद करता है, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर रहता है।

2. शेड का आकार और डिजाइन (Size and Design of the Shed):

शेड का आकार आपकी बकरियों की संख्या पर निर्भर करता है। एक बकरी के लिए लगभग 10 से 15 वर्ग फुट जगह की जरूरत होती है। इसलिए, अगर आपके पास 100 बकरियाँ हैं, तो शेड बनाने के लिए आपको कम से कम 1000 से 1500 वर्ग फुट की जगह होना चाहिए। शेड का डिजाइन ऐसा होना चाहिए कि बकरियाँ आसानी से आ-जा सकें और उन्हें पर्याप्त हवा मिल सके। शेड की ऊँचाई कम से कम 7 से 8 फुट होनी चाहिए ताकि हवा का उचित प्रवाह बना रहे।

  • प्रति बकरी स्पेस: एक बकरी के लिए लगभग 10 से 15 वर्ग फुट जगह की जरूरत होती है। अगर आपके पास 20 बकरियाँ हैं, तो शेड का आकार कम से कम 200 से 300 वर्ग फुट होना चाहिए।
  • सही डिजाइन: शेड का डिजाइन ऐसा होना चाहिए कि वह हवा और रोशनी दोनों को अच्छी तरह आने दे। इसके लिए शेड के चारों ओर खिड़कियाँ और जालीदार दरवाजे लगाएं। शेड की ऊंचाई कम से कम 7 से 8 फुट रखें ताकि वेंटिलेशन अच्छा हो।
  • विभाजन (Partitions): शेड के अंदर अलग-अलग सेक्शन बना सकते हैं जैसे कि गर्भवती बकरियों के लिए, बीमार बकरियों के लिए, और बच्चों के लिए। इससे सभी बकरियाँ आराम से रह सकेंगी और उनकी देखभाल में भी आसानी होगी।

3. शेड की सामग्री (Materials for the Shed): 

शेड बनाने के लिए मजबूत और टिकाऊ सामग्री का इस्तेमाल करें। छत के लिए आप टिन, ऐसबेस्टस या प्लास्टिक की चादरों का भी यूज कर सकते है। और दीवारों के लिए ईंट, पत्थर, या बांस का इस्तेमाल कर सकते है। फर्श का निर्माण सीमेंट या पक्की ईंटों से करें ताकि सफाई आसानी से हो सके और फर्श सूखा रहे।

  • फर्श (Flooring): फर्श के लिए पक्की ईंटें या सीमेंट का उपयोग करें ताकि उसे साफ करना आसान हो और फर्श सूखा रहे। फर्श को थोड़ा ऊँचा रखें जिससे बारिश का पानी उसमें न घुसे।
  • दीवारें (Walls): दीवारों के लिए आप ईंट, पत्थर, या बांस का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप ठंडे इलाके में हैं, तो दीवारों को मोटा रखें ताकि शेड के अंदर गर्मी बनी रहे।
  • छत (Roof):  छत के लिए टिन, ऐसबेस्टस या प्लास्टिक की चादरों का उपयोग कर सकते हैं। छत को ढलानदार रखें ताकि बारिश का पानी आसानी से बह सके। गर्म इलाकों में छत पर घास या फूस डाल सकते हैं ताकि शेड ठंडा रहे।

4. वेंटिलेशन और रोशनी (Ventilation and Lighting):

शेड में वेंटिलेशन के लिए खिड़कियाँ या जालीदार छिद्र जरूर रखें ताकि ताजा हवा और रोशनी का प्रवेश हो सके। यह बकरियों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। अगर शेड में प्राकृतिक रोशनी का अभाव हो, तो कृत्रिम रोशनी का इंतजाम करें ताकि बकरियों को दिन और रात के समय सही रोशनी मिले।

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5. शेड की सफाई और देखभाल (Cleaning and Maintenance of the Shed):

शेड को साफ और सूखा रखना बहुत जरूरी है। नियमित रूप से शेड की सफाई करें और फर्श पर ताज़ा सूखी घास या भूसे का बिस्तर डालें। बकरियों के मल और पेशाब को रोजाना साफ करें ताकि संक्रमण और बीमारियों से बचा जा सके। इसके अलावा, शेड के अंदर और आसपास मच्छर और मक्खियों को दूर रखने के लिए स्प्रे का इस्तेमाल करें।

  • नियमित सफाई: शेड को साफ और सूखा रखना बहुत जरूरी है। रोजाना फर्श की सफाई करें और मल-मूत्र को बाहर निकालें। इससे बकरियों को संक्रमण और बीमारियों से बचाया जा सकता है।
  • फर्श पर बिस्तर (Bedding): बकरियों के लिए फर्श पर सूखा बिस्तर जैसे कि भूसा या सूखी घास बिछाएं। इसे नियमित रूप से बदलते रहें ताकि बकरियाँ आराम से रह सकें और बीमारियों से बच सकें।

6. पानी और चारे का इंतजाम (Water and Feed Arrangements):

शेड के अंदर पानी और चारे के लिए उचित व्यवस्था करें। पानी की बाल्टी या टंकी ऐसी जगह रखें जहां बकरियाँ आसानी से पानी पी सकें। चारे के लिए अलग से जगह बनाएं जहां पर सूखा चारा और हरा चारा रखा जा सके। यह व्यवस्था करें कि चारा और पानी दोनों साफ रहें और बकरियों तक आसानी से पहुंचें।

7. अतिरिक्त सावधानियाँ (Additional Precautions): 

अगर आप ठंडे इलाकों में रहते हैं, तो शेड को ठंड से बचाने के लिए उसमें हीटर या आग जलाने की व्यवस्था करें। गर्मियों में शेड को ठंडा रखने के लिए उसके ऊपर छांव देने वाले पेड़ या छप्पर लगाएं। इसके अलावा, बारिश के मौसम में पानी के जमाव को रोकने के लिए शेड के चारों तरफ नालियों का निर्माण करें।

  • ठंड के लिए: ठंडे मौसम में शेड को गर्म रखने के लिए हीटर या आग जलाने की व्यवस्था करें। शेड के अंदर अतिरिक्त बिस्तर बिछाएं और दरवाजों को बंद रखें ताकि अंदर की गर्मी बनी रहे।
  • गर्मी के लिए: गर्मियों में शेड को ठंडा रखने के लिए छत पर छप्पर या पेड़ों की छांव लगाएं। शेड के अंदर पंखे या कूलर का इंतजाम करें ताकि बकरियाँ ठंडक में रह सकें।
  • बारिश के लिए: बारिश के मौसम में शेड के चारों ओर नालियाँ बनाएं ताकि पानी का जमाव न हो। शेड की छत को अच्छी तरह से ढकें और फर्श को सूखा रखें।

और जानिए – बकरियों में कौन कौन से रोग होते है? और क्या क्या इलाज होगा?

5. बकरियों के लिए शेड कैसे तैयार करे | Goat farming shed design 

Bakariyo ke lie shed

1. शेड की सही आकृति: शेड को आयताकार या वर्गाकार डिज़ाइन करें ताकि बकरियों को पर्याप्त जगह मिले और वेंटिलेशन सही हो सके।

2. अच्छा वेंटिलेशन: शेड में अच्छा वेंटिलेशन होना चाहिए ताकि हवा का प्रवाह सुचारू रहे और बकरियों को ताजगी मिले।

3. प्राकृतिक रोशनी: शेड में प्राकृतिक रोशनी का पर्याप्त स्रोत होना चाहिए, जैसे पारदर्शी छिद्र या खिड़कियाँ।

4. शेड की सफाई: शेड की नियमित सफाई और सड़कन की जरूरत होती है।

5. रक्षक व्यवस्था:  शेड को बकरियों के लिए सुरक्षित बनाएं, जैसे कि ऊँची बाड़ या दरवाजे।

6. उचित बेडिंग: बकरियों के लिए उचित बेडिंग का प्रयोग करें ताकि वे आराम से सो सकें।

7. अलग-अलग हिस्सों का विभाजन: बकरियों की विशेष देखभाल के लिए शेड में अलग-अलग हिस्से बनाएं।

8. आहार और पानी की व्यवस्था: बकरियों के लिए उचित आहार और पानी का सम्बंध रखें और इन्हें नियमित रूप से साफ और सुरक्षित रखें।

इन टिप्स का पालन करके आप एक सफल बकरी पालन व्यवसाय चला सकते हैं और बकरियों की सेहत और उत्पादन को बनाए रख सकते हैं।

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6. शेड बनवाते समय गलतियां (Goat Shed kaise banaye?)

लेकिन याद रहे की जब आप बकरी पालन के लिए शेड बनवाते है तो आपको इन कॉमन मिस्टेक से बचना चाहिए। 

1. अपर्याप्त जगह: सबसे पहली गलती जो लोग करते है की वो अपने बकरियों के लिए पर्याप्त जगह का प्रयोग नहीं करते। बकरी पालन शेड में पर्याप्त जगह का न होने से, बकरियों को अच्छे व्यायाम और आराम की सुविधा नहीं मिलती।

2. कम वेंटिलेशन: शेड में पर्याप्त वेंटिलेशन न होना, जिससे शेड में हवा का प्रवाह बंद हो जाता है और बकरियों की सेहत पर असर पड़ता है। 

3. अच्छी रोशनी की कमी: प्राकृतिक रोशनी की कमी होना, जिससे बकरियों को दिन के समय में पर्याप्त रोशनी नहीं मिले।

4. बुरी सफाई व्यवस्था: शेड की अनियमित सफाई और सड़कन करना, जिससे स्वच्छता की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

5. अच्छे बेडिंग का अभाव: बकरियों के लिए उचित बेडिंग की कमी, जिससे उनकी आरामदायक सोने की सुविधा में कमी आ सकती है।

6. सुरक्षा की कमी: बकरियों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था अच्छी न होना, जैसे कि ऊँची बाड़ या दरवाजों की कमी।

7. अच्छे आहार और पानी की कमी: उचित आहार और पानी की कमी, जिससे बकरियों की सेहत पर असर पड़ सकता है। और यदि आपकी बकरियों का स्वास्थ सही नही होगा तो आप अपने बिजनेस को कभी ग्रो नही कर पाएंगे। 

और पढ़िए : जानकी कैसे मिलेगा बकरी पालन के लिए लोन और सब्सिडी

8. अलग-अलग हिस्सों का अभाव: शेड में अलग-अलग हिस्सों की कमी, जैसे की बकरियों के बच्चो, बेचने योग्य बकरियां, दूध देने वाली और प्रजनन हुई बकरी को अलग अलग रखना चाहिए। और यदि कोई व्यापारी इसे नही करता तो उसको बकरियों की विशेष देखभाल करने में दिक्कत होने लगता है। 

ये कुछ कॉमन गलतियां है जो अक्सर लोग करते है। लेकिन आप navisindhu के रीडर है तो I’m sure की आप ये गलतियां नही करेंगे। 😊

7. बकरी शेड बनाने में कितना खर्चा आता है? | Goat Shed cost in hindi

बकरी पालन के लिए शेड बनाने में बहुत ज्यादा पैसे की जररूत नही होती है बकरी शेड को आप 1 से 3 लाख रुपए तक के बीच में आराम से बनवा सकते है। 

निष्कर्ष (conclusion) 

बकरी पालन में शेड का निर्माण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बकरीयों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करता है। एक अच्छा शेड बकरीयों को मौसम की कठोरताओं से बचाता है और उन्हें एक आरामदायक और सुरक्षित स्थान प्रदान करता है। शेड बनाते समय सही स्थान का चयन, उचित डिज़ाइन और स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए अगर शेड बनाया जाए, तो बकरी पालन में सफलता निश्चित है। 

FAQs 

1.बकरी का शेड कैसे तैयार करें ? या बकरी पालन के लिए शेड कैसे बनाए?

बकरी का शेड बनाने के लिए सबसे पहले एक ऊंचे और सूखे स्थान का चयन करें , फिर कंक्रीट, ईंट और टिन की चादरों से स्थाई शेड या बांस और प्लास्टिक की चादरों से अस्थाई शेड का निर्माण करें । शेड में अच्छे वेंटिलेशन का प्रबंधन अवश्य करवाए । 

2.बकरी शेड क्या है ? 

बकरी शेड, बकरियों के रहने के लिए बनाई जाती है जो उन्हें बाहरी जानवरों और खराब मौसम से बचाने में मदद करता है। बकरी का शेड झोपड़ीनुमा घर जैसा होता है जो जमीन से कुछ फुट की ऊंचाई पर बनाया जाता है। 

3.बकरी शेड बनाने में कितना खर्चा आता है ? 

बकरियों के शेड के लिए कोई बहुत ज्यादा तैयारी करने की जरूरत नहीं है। 50 बकरियों के पालन पर 5 से 6 लाख रूपये तक की लागत आती है। 

4.बकरी फार्म कैसे बनाए ? 

बकरी फार्म बनाने के लिए सबसे पहले एक अच्छे जगह को चुने, जहां अच्छी वेंटिलेशन की सुविधा हो। बकरियों की संख्या के अनुसार स्थाई या अस्थाई शेड का निर्माण करवाएं। शेड के अंदर बकरियों के लिए खाने और पीने की उचित व्यवस्था करवाए जिससे बकरियों को कोई दिक्कत न हो और इसके साथ ही बकरियों के स्वास्थ्य के लिए नियमित टीकाकरण की व्यवस्था करें । 

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