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World Heritage day 2024 in hindi

1. World Heritage day in hindi (विश्व धरोरहर दिवस 2024) 

World Heritage day 2024: विश्व धरोहर दिवस, यानी अंतरराष्ट्रीय स्मारक और स्थल दिवस, जिसे हर साल 18 April को मनाया जाता है। ये दिन हमारे सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखने और उसकी रक्षा करने की महत्ता को जगाने के लिए समर्पित है, जिसमें स्मारक, स्थल और परम्परा का इतिहास, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्ता होती है।  

सांस्कृतिक विरासत हमारी पहचान को मूर्त रूप देने और हमारे इतिहास से संबंध और एकता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।  इसमें सही विरासत, जैसे की स्मारक, इमारतें, और पुरातन स्थल, के साथ-साथ अव्यक्त विरासत भी शामिल है, जिसमें परम्परा, रीति-रिवाज और प्रथाएं शामिल हैं।  

2. Why world Heritage day is celebrated 

विश्व धरोहर की अवधारणा 1972 में संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने शुरू की थी। यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने दुनिया भर में ऐसे जगहों को विश्व धरोहर  के रूप में पहचानने और छोड़ने के आधार पर चुनने का निर्णय लिया है, जो उनके ऐतिहासिक विश्व महत्व के आधार पर पहचान किए गए हैं। ये जगह उनकी विशेष सांस्कृतिक या प्राकृतिक महत्व के लिए पहचाने गए हैं और अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत सुरक्षित भी किए गए हैं। 

विश्व धरोहर दिवस हमारे सांस्कृतिक विरासत की संपदा और विविधता को मनाने का अवसर है और व्यक्तियों और संगठनों की कार्यवाहियों को पहचानने का मौका प्रदान करता है जो इसे सुरक्षित रखने में कार्य करते हैं। यह हमारे विरासत को भविष्य के लिए सुरक्षित करने और सांस्कृतिक समाज तथा संवाद को बढ़ावा देने के लिए है, कि हमारे विश्व धरोहर के महत्व को हमारे सामने रखने का मौका दिया जाए। इस दिन हमारे प्रदर्शनी, निर्देशित पर्यटन, सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रम,

सांस्कृतिक विरासत के महत्व को जगाने के लिए दुनिया भर में विभिन्न घटनियाँ और कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। जो हमारे साझा विरासत को सुरक्षित रखने की महत्ता को प्रकाशित करते हैं। 

हमारे दुनिया का ये धरोहर दिवस हमारे सांस्कृतिक विरासत को भविष्य के लिए सुरक्षित रखने की महत्ता को याद दिलाता है। 

3. What is world Heritage day 

World Heritage Day, जिसे स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में भी जाना जाता है, ये हर साल 18 अप्रैल को दुनिया के सभी सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा और संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में मनाया जाता है। इसमें स्मारक, ऐतिहासिक स्थल, परंपराएँ और रीति-रिवाज शामिल हैं जो विभिन्न संस्कृतियों में महत्व रखते हैं। यह दिन भविष्य की पीढ़ियों के लिए इन खजानों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले व्यक्तियों और संगठनों के प्रयासों को पहचानने का अवसर है।

इसका उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों के मूल्य और मानवता के लिए उनके योगदान को उजागर करके सांस्कृतिक विविधता और समझ को बढ़ावा देना भी है।

4. When was world Heritage day first celebrated? 

World Heritage Day, जिसको also known as the International Day for Monuments and Sites के नाम से भी जाना जाता है, इसे दुनिया में पहली बार April 18, 1982 में मनाया गया था।  

इस दिवस की स्थापना International Council on Monuments and Sites (ICOMOS) के द्वारा दुनिया भर मौजूद सांस्कृतिक विरासत के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनिया भर में स्मारकों और स्थलों के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।

5. What is the World Heritage day convention? 

World Heritage day convention जिसे UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन भी कह सकते है। 

साल 1972 में UNESCO द्वारा इस सम्मेलन में दुनिया भर के सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत की पहचान, सुरक्षा और संरक्षण करने के उद्देश्य के लिए स्थापित किया गया था। जिसको मानवता का उत्कृष्ट माना जाता है। 

1. विश्व धरोहर स्थलों की पहचान:

सम्मेलन उन स्थलों की पहचान के लिए मानदंड स्थापित करता है जो मानव रचनात्मक प्रतिभा की उत्कृष्ट कृति या पारंपरिक मानव बस्ती का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। इन स्थलों को फिर विश्व धरोहर सूची में अंकित किया जाता है। 

2. संरक्षण और संरक्षण:

सदस्य राज्यों को अपने क्षेत्रों में स्थित विश्व धरोहर स्थलों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए उचित कानूनी, वैज्ञानिक, तकनीकी, प्रशासनिक और वित्तीय उपाय करने की आवश्यकता होती है। 

3. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग:

सम्मेलन सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर देता है। यह देशों को सार्वभौमिक मूल्य वाले स्थलों को संरक्षित करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।  

4. क्षमता निर्माण:

यह सम्मेलन विश्व धरोहर स्थलों के संरक्षण और प्रबंधन में शामिल पेशेवरों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए क्षमता निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देता है।

5. जागरूकता और शिक्षा:

सदस्य देशों को विश्व धरोहर के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत संरक्षण के बारे में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

कुल मिलाकर, विश्व धरोहर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय समझौता है जिसका उद्देश्य भविष्य की पीढ़ियों के लिए दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत स्थलों की रक्षा और संरक्षण करना है।

6. World Heritage sites of India 

भारत में 38 UNESCO World Heritage Sites है, जो उनकी सांस्कृतिक या प्रकृतिक महत्व के लिए pehcnahne गए है। इसमें से दुनिया भर में प्रचलती भारत के कुछ प्रमुख World Heritage Sites को आप नीचे पढ़ सकते है। 

1. Taj Mahal, Agra:

विश्व की सबसे प्रसिद्ध इमारतो में से एक Tajmahal एक सफेद मार्बल का मकबरा है जिसे  शाहजहां ने अपने बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था।

2. Red Fort, Delhi:

रेड फोर्ट या लाल किला दिल्ली में मौजूद एक ऐतिहासिक किला है जो लगभग 200 साल तक मुगल बादशाहों का प्रमुख निवास स्थल बना रहा। लाल किला अपने शानदार आर्किटेक्चर और समृद्ध इतिहास के लिए दुनिया भर में मशहूर है

3. Qutub Minar, Delhi:

भारत का Qutub Minar भी UNESCO के World Heritage Site, में अपनी जगह रखता है। Qutub Minar एक ऊंचा मीनार है जिसे 12 सदी में बनवाया गया था।  

4. Jaipur City, Rajasthan:

जयपुर, भारत के एक राज्य राजस्थान की राजधानी है, जो अपने खूबसूरत महल क़िले और जीवित संस्कृति के लिए महशूर है. इस शहर का इतिहासिक केंद्र पिंक सिटी के र्रोप में जाना जाता है जो एक UNESCO World Heritage Site है.

5. Agra Fort, Agra:

Agra Fort एक ऐतिहासिक किला है जो आगरा शहर में स्थित है यह मुगल साम्राज्य के बादशाहों का प्रमुख निवास स्थल था। 

6. Ellora Caves, Maharashtra:

एलोरा की गुफाएं एक समूह है जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में मौजूद है यह गुफाएं अपनी स्टनिंग आर्किटेक्चर और इंटरेक्ट क्रेविंग के लिए काफ़ी मशहूर है

7. Ajanta Caves, Maharashtra:

अजंता की गुफाएं महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित एक समूह है। यह गुफाएं अपनी सुंदर पेंटिंग्स और स्कल्पचर्स के लिए प्रसिद्ध है

8. Group of Monuments at Mahabalipuram, Tamil Nadu:

महाबलीपुरम जो ममल्लापुरम के नाम से भी जाना जाता है। महाबलीपुरम के असमारक UNESCO के World Heritage Site में से एक है। ये अपनी पुराने समय में पत्थर से काट कर बनाए गए मंदिर और मूर्तियों के लिए मशहूर है। 

9. Sun Temple, Konark:

कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर 13 वी सदी मे भारत के हिंदुओ के एक देवता सूर्य देव को समर्पित है। यह अपनी शानदार आर्किटेक्चर और जटिल नक्कासी के लिए मशहूर है। 

10. Kaziranga National Park, Assam:

काजीरंगा नेशनल पार्क असम के स्टेट में स्थित है यह एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है और यहां पर ek-singha rhinoceroses की पापुलेशन के लिए मशहूर है

यह भारत में मौजूद 38 UNESCO World Heritage Sites में से कुछ heritages के उदाहरण है। जिनके बारे में आपने पढ़ा। 

Ayush Pandey

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